Shanti Mantra | für einen guten Start Kostenlos

Inga Höpfner-Kellermann

26 Juni 2024 • Dauer: 3 Minuten

Shamno Mitra & Sahana Vavatu 


2 der Shanti (Friedens) Mantras aus vedischer Zeit aus der Taittiriya Upanishad

Sie wurde um das 6. Jahrhundert herum komponiert und im Laufe der Jahrhunderte mündlich und unversehrt weitergegeben


In ihnen schwingt Frieden und Verbundenheit und diese beiden beziehen sich besonders auf unser Umfeld, die Natur in der wir leben und das Feld des Lernens und Lehrens


om 
śam no mitraḥ śaṃ varuṇaḥ ' śam no bhavatv aryamā 
śam na indro bṛhas-patiḥ ' śam no viṣṇur uru-kramaḥ 
namo brahmaṇe, namas te vāyo,
tvam eva pratyakṣaṃ brahmāsi,
tvām eva pratyakṣaṃ brahma vadiṣyāmi,
ṛtaṃ vadiṣyāmi, satyaṃ vadiṣyāmi,
tan mām avatu, tad vaktāram avatu, avatu mām, avatu vaktāram
oṃ śāntiḥ śāntiḥ śāntiḥ 


om
saha nāv avatu

saha nau bhunaktu

saha vīryaṅ karavāvahai 
tejasvi nāv adhītam astu mā vidviṣāvahai 
oṃ śāntiḥ śāntiḥ śāntiḥ 

ओम् 
शन् नो मित्रः शं वरुणः शन् नो भवत्व् अर्यमा /
शन् न इन्द्रो बृहस्पतिः शन् नो विष्णुर् उरुक्रमः //
नमो ब्रह्मणे/ नमस् ते वायो/
त्वम् एव प्रत्यक्षं ब्रह्मासि/
त्वाम् एव प्रत्यक्षं ब्रह्म वदिष्यामि/
ऋतं वदिष्यामि/ सत्यं वदिष्यामि/
तन् माम् अवतु/ तद् वक्तारम् अवतु/ अवतु माम्/ अवतु वक्तारम्
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः //


ओम्
सह नाव् अवतु / सह नौ भुनक्तु / सह वीर्यङ् करवावहै /
तेजस्वि नाव् अधीतम् अस्तु मा विद्विषावहै /
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः //